आईएमडीबी पर 9.2 रेटिंग, करोड़ों का कलेक्शन और दशावतार की शुरुआत – क्यों ‘महावतार नरसिम्हा’ है भारतीय एनीमेशन का टर्निंग पॉइंट

Arvind Kumar
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हॉलीवुड को टक्कर देती भारतीय एनिमेटेड फिल्म ‘महावतार नरसिम्हा’: बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड्स से लेकर पूरी महावतार सीरीज का पूरा प्लान
हॉलीवुड को टक्कर देती भारतीय एनिमेटेड फिल्म ‘महावतार नरसिम्हा’: बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड्स से लेकर पूरी महावतार सीरीज का पूरा प्लान

40 करोड़ के बजट में 304 करोड़ कमाने वाली ‘महावतार नरसिम्हा’: जानिए कैसे बनी भारत की अब तक की सबसे बड़ी एनिमेटेड ब्लॉकबस्टर

भारतीय सिनेमा में एनीमेशन फिल्मों का बाजार हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि दर्शक अक्सर हॉलीवुड की एनीमेशन फिल्मों की तुलना करते हैं। लेकिन साल 2025 में रिलीज हुई ‘महावतार नरसिम्हा’ ने इस धारणा को पूरी तरह बदल दिया। 131 मिनट लंबी यह फिल्म न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में सफल रही, बल्कि भारतीय एनीमेशन की ताकत और क्षमता को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का काम भी किया।

40 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने दुनियाभर में 304 करोड़ रुपये का ग्रॉस कलेक्शन कर इतिहास रच दिया। खास बात यह है कि इस फिल्म को दर्शकों ने न सिर्फ तकनीक और विजुअल इफेक्ट्स के लिए सराहा, बल्कि इसकी गहराई से जुड़ी पौराणिक कथा ने भी दिलों को छू लिया। यह फिल्म साबित करती है कि जब भारतीय पौराणिक कहानियों को आधुनिक तकनीक और भावनात्मक प्रस्तुति के साथ जोड़ा जाता है, तो वे वैश्विक स्तर पर भी सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।


‘महावतार नरसिम्हा’: बजट से लेकर बॉक्स ऑफिस तक का सफर

आईएमडीबी के अनुसार इस फिल्म का बजट लगभग 40 करोड़ रुपये था। इतने नियंत्रित खर्च के बावजूद फिल्म ने जबरदस्त कमाई की और दुनियाभर में 304.2 करोड़ रुपये का ग्रॉस कलेक्शन किया। वहीं भारत में इसका नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 235 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

आज जहां बॉलीवुड की बड़ी स्टारकास्ट वाली फिल्मों को 300 करोड़ की कमाई का सपना देखने में भी मुश्किल हो रही है, वहीं ‘महावतार नरसिम्हा’ ने अपने दम पर यह उपलब्धि हासिल कर ली। इतना ही नहीं, दर्शकों ने फिल्म को आईएमडीबी पर 9.2/10 की शानदार रेटिंग दी है, जो भारतीय एनीमेशन फिल्मों के लिए किसी ऐतिहासिक उपलब्धि से कम नहीं।


फिल्म की कहानी और पौराणिक महत्व

‘महावतार नरसिम्हा’ की कहानी गहराई से भारतीय पौराणिक ग्रंथों – विष्णु पुराण, नरसिंह पुराण और श्रीमद्भागवत पुराण – से प्रेरित है।

कहानी राक्षस हिरण्यकशिपु से शुरू होती है, जो अपने भाई हिरण्याक्ष की मृत्यु का बदला लेने के लिए भगवान ब्रह्मा से वरदान प्राप्त करता है। यह वरदान उसे लगभग अमर बना देता है और धीरे-धीरे वह खुद को भगवान मानने लगता है। वह विष्णु-भक्तों पर अत्याचार करता है और हर जगह आतंक फैलाता है।

लेकिन उसका बेटा प्रह्लाद, विष्णु का परम भक्त होता है। अपने पिता की क्रूरता के बावजूद प्रह्लाद कभी भगवान विष्णु की भक्ति से पीछे नहीं हटता। इसी संघर्ष और आस्था की लड़ाई के बीच भगवान विष्णु नरसिंह अवतार में प्रकट होकर हिरण्यकशिपु का अंत करते हैं।

फिल्म में सिर्फ नरसिंह ही नहीं बल्कि वराह अवतार की कथा भी दिखाई गई है, जिससे यह और भी भव्य और आध्यात्मिक रूप से प्रभावशाली बनती है। निर्देशक अश्विन कुमार ने कहानी को न केवल विजुअल ट्रीट बनाया है बल्कि दर्शकों को भावनात्मक और आध्यात्मिक यात्रा पर भी ले गए हैं।


‘महावतार’ सीरीज और आने वाली फिल्में

‘महावतार नरसिम्हा’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक विशाल सिनेमैटिक यूनिवर्स की शुरुआत है। यह फिल्म क्लीम प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित और होमबाले फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत की गई है।

फिल्म की सफलता के बाद मेकर्स ने पूरा 12 साल का ‘महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स’ प्लान जारी किया है, जिसमें आने वाली फिल्में शामिल हैं:

  • महावतार परशुराम (2027)

  • महावतार रघुनंदन (2029)

  • महावतार द्वारकाधीश (2031)

  • महावतार गोकुलानंद (2033)

  • महावतार कल्कि (2035-2037)

इन सभी फिल्मों का आधार भगवान विष्णु के दशावतार पर रखा गया है। अश्विन कुमार ने यह भी संकेत दिया है कि इस यूनिवर्स में आने वाले समय में दर्शकों को कई बड़े सरप्राइज देखने को मिलेंगे।


फिल्म की सफलता क्यों मायने रखती है

‘महावतार नरसिम्हा’ की सफलता सिर्फ एक बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय एनीमेशन इंडस्ट्री की नई दिशा है। अब तक भारत में एनीमेशन फिल्मों को सिर्फ बच्चों तक सीमित माना जाता था, लेकिन इस फिल्म ने साबित किया कि जब पौराणिक कथाओं को आधुनिक तकनीक और विश्व स्तरीय एनीमेशन के साथ प्रस्तुत किया जाता है, तो वह हर उम्र के दर्शकों को आकर्षित कर सकती हैं।

यह फिल्म युवाओं और बच्चों को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता से जोड़ने का बेहतरीन माध्यम बनी है। यही कारण है कि इसे सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने वाले प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा है।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

प्रश्न 1: ‘महावतार नरसिम्हा’ की अवधि कितनी है?
उत्तर: फिल्म की कुल अवधि 131 मिनट है।

प्रश्न 2: फिल्म का बजट और कलेक्शन कितना रहा?
उत्तर: फिल्म का बजट लगभग 40 करोड़ रुपये था और इसने दुनियाभर में 304 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया।

प्रश्न 3: फिल्म किस भाषा में रिलीज हुई है?
उत्तर: यह फिल्म हिंदी, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और मलयालम में रिलीज की गई है।

प्रश्न 4: क्या यह फिल्म किसी पौराणिक कथा पर आधारित है?
उत्तर: हां, यह फिल्म विष्णु पुराण और भागवत पुराण की कथाओं पर आधारित है, खासकर नरसिंह और वराह अवतार की कथा पर।

प्रश्न 5: ‘महावतार’ सीरीज में अगली फिल्म कौन सी होगी?
उत्तर: 2027 में रिलीज होने वाली फिल्म ‘महावतार परशुराम’ होगी।


निष्कर्ष

‘महावतार नरसिम्हा’ ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय एनीमेशन फिल्मों की ताकत अब किसी से कम नहीं। यह फिल्म तकनीक, कहानी और आध्यात्मिक भावनाओं का ऐसा संगम है जिसने भारत को गर्व का कारण दिया है। आने वाले समय में ‘महावतार सीरीज’ भारतीय सिनेमा की दिशा और दशा दोनों बदल सकती है।

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