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बागी 4 vs द बंगाल फाइल्स: मंगलवार को बढ़ी कमाई ने बदला खेल, 5 दिन में फिल्म ने कितने करोड़ कमाए? |
The Bengal Files Collection Report: मिथुन और अनुपम खेर की फिल्म ने पांचवें दिन दिखाई ताकत, क्या बागी 4 से होगी बराबरी? 🤔🎥
भारतीय सिनेमा की खूबसूरती यह है कि यहां हर कहानी दर्शकों तक भावनाओं, संघर्ष और सच्चाई के साथ पहुंचती है। विवेक अग्निहोत्री एक ऐसे फिल्ममेकर हैं, जो अपनी फिल्मों से हमेशा चर्चाओं में रहते हैं। उनकी नई फिल्म “द बंगाल फाइल्स” भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है। यह फिल्म 1946 में हुए डायरेक्ट एक्शन डे यानी कोलकाता किलिंग्स की सच्ची घटना पर आधारित है। रिलीज से पहले ही इसका ट्रेलर विवादों में आ गया था और जब यह फिल्म बड़े पर्दे पर आई तो दर्शकों ने इसे गंभीरता से देखना शुरू किया।
बड़े बजट और स्टार पावर से लैस “बागी 4” के साथ मुकाबले में उतरी यह फिल्म शुरुआत में धीमी रही, लेकिन पांचवें दिन बॉक्स ऑफिस पर इसके कलेक्शन ने मेकर्स की उम्मीदों को नई उड़ान दी है। जानिए 5 दिनों में इस फिल्म ने कितना बिजनेस किया और क्यों यह फिल्म हार मानने को तैयार नहीं है। 🎥💰
मंगलवार का धमाका – बढ़ी मेकर्स की उम्मीदें 📈
द बंगाल फाइल्स ने 1 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक दी। शुरुआती दिन फिल्म ने लगभग 1.75 करोड़ की कमाई की थी। हालांकि, वीकेंड में थोड़ी रफ्तार पकड़ी और दूसरे दिन कलेक्शन बढ़कर 2.25 करोड़ तक पहुंच गया।
तीसरे दिन यानी रविवार को इसने 2.75 करोड़ की कमाई कर ली। लेकिन चौथे दिन सोमवार को कलेक्शन गिरकर 1.15 करोड़ रह गया। यही वह पल था जब मेकर्स को चिंता होने लगी।
मगर मंगलवार को फिल्म ने शानदार रिकवरी की और 1.46 करोड़ का बिजनेस किया। इस उछाल ने साफ कर दिया कि फिल्म इतनी जल्दी बॉक्स ऑफिस पर हार नहीं मानेगी।
5 दिनों का कुल कलेक्शन 💵
सैकनलिक.कॉम के मुताबिक, मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर स्टारर यह फिल्म पांच दिनों में भारत में नेट कलेक्शन 9.36 करोड़ और ग्रॉस कलेक्शन 9.50 करोड़ तक पहुंच गई है।
कलेक्शन रिपोर्ट 📊
इंडिया नेट: 9.36 करोड़
इंडिया ग्रॉस: 9.50 करोड़
ओवरसीज: 2 करोड़
वर्ल्डवाइड टोटल: 11.5 करोड़
मंगलवार का कलेक्शन: 1.46 करोड़
भले ही फिल्म अभी अपने 50 करोड़ बजट से काफी पीछे है, लेकिन शुरुआती रिस्पॉन्स से यह साफ है कि द बंगाल फाइल्स धीरे-धीरे अपनी जगह बना रही है।
बागी 4 बनाम द बंगाल फाइल्स ⚔️
बॉलीवुड में जब दो बड़ी फिल्में एक साथ टकराती हैं, तो दर्शकों के बीच चुनाव कठिन हो जाता है। बागी 4, अपने एक्शन और टाइगर श्रॉफ की जबरदस्त लोकप्रियता के कारण युवाओं को आकर्षित कर रही है। दूसरी ओर, द बंगाल फाइल्स गंभीर विषय और ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित है, जो सोचने पर मजबूर करती है।
दोनों फिल्मों के दर्शक अलग-अलग हैं। जहां बागी 4 के शो हाउसफुल जा रहे हैं, वहीं द बंगाल फाइल्स को वर्ड ऑफ माउथ से मजबूती मिल रही है।
द बंगाल फाइल्स की कहानी 🎞️
यह फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे और कोलकाता किलिंग्स की दर्दनाक घटना को पर्दे पर लाती है। उस दौर में बंगाल में हुए सांप्रदायिक दंगे इतिहास का ऐसा अध्याय थे, जिसने भारत के विभाजन की दिशा तय करने में बड़ी भूमिका निभाई।
विवेक अग्निहोत्री ने इस फिल्म को न सिर्फ एक सिनेमा के रूप में बल्कि एक डॉक्यूमेंटेशन की तरह पेश किया है। मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर जैसे अनुभवी कलाकारों ने इसमें अपने अभिनय से कहानी को और प्रभावशाली बना दिया है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया 👥
सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर प्रतिक्रियाएं मिश्रित हैं। कुछ लोग इसे “द कश्मीर फाइल्स” जितना दमदार मानते हैं, तो कुछ का कहना है कि फिल्म की गति थोड़ी धीमी है। लेकिन एक बात साफ है – फिल्म दर्शकों को उस दौर के सच से रूबरू कराती है, जिसे अक्सर किताबों में नजरअंदाज कर दिया गया।
क्या बॉक्स ऑफिस पर टिक पाएगी द बंगाल फाइल्स? 🤔
फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ है, और अब तक की कमाई उससे काफी कम है। लेकिन यह भी सच है कि इस तरह की कंटेंट-बेस्ड फिल्मों को लंबी रेस का घोड़ा माना जाता है। अगर वर्ड ऑफ माउथ पॉजिटिव रहा, तो फिल्म धीरे-धीरे अपनी लागत वसूल सकती है।
FAQs ❓
Q1: द बंगाल फाइल्स किस घटना पर आधारित है?
यह फिल्म 1946 में हुए डायरेक्ट एक्शन डे और कोलकाता किलिंग्स की असली घटना पर आधारित है।
Q2: द बंगाल फाइल्स का बजट कितना है?
फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ रुपये है।
Q3: बागी 4 और द बंगाल फाइल्स में किसका प्रदर्शन बेहतर है?
बागी 4 शुरुआती दिनों में मजबूत रही, लेकिन द बंगाल फाइल्स धीरे-धीरे वर्ड ऑफ माउथ से अपनी पकड़ बना रही है।
Q4: अब तक द बंगाल फाइल्स ने कितना कमाया है?
पांच दिनों में फिल्म ने भारत में 9.36 करोड़ और वर्ल्डवाइड 11.5 करोड़ का कलेक्शन किया है।
Q5: फिल्म के मुख्य कलाकार कौन हैं?
फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर मुख्य भूमिका में हैं।
निष्कर्ष ✅
“द बंगाल फाइल्स” सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि इतिहास की उस सच्चाई का आईना है, जिसे बार-बार याद किया जाना चाहिए। शुरुआती दिनों में धीमी रफ्तार से चलने के बावजूद फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन उम्मीद जगाता है। अब देखना यह होगा कि आने वाले हफ्तों में यह फिल्म अपनी लागत निकाल पाती है या नहीं।